वैसी महिलाएं जिनके जीवन भर में 10 या उससे अधिक पार्टनर्स रह चुके थे उनमें से 91 प्रतिशत महिलाओं को कैंसर होने का खतरा

भारत में कैंसर पीड़ितों की संख्या हर साल बढ़ते जा रही है। 2018 की लैंसेट की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2035 तक देश में लगभग 1.7 मिलियन लोग कैंसर जैसी भयानक बीमारी से पीड़ित होंगे। पुरुषों में जहां मुंह और फेफड़ों का कैंसर मुख्य है वहीं, महिलाओं में स्तन और गर्भाशय का कैंसर आमतौर पर देखा जाता है। इस बीच हाल में हुए शोध में ये खुलासा हुआ है कि लोगों के 10 या उससे अधिक सेक्शुअल पार्टनर होने से उनमें कैंसर होने का खतरा बढ़ता है। हेल्थशॉट्स की इस खबर के अनुसार, ये शोध BMJ सेक्शुअल एंड रिप्रोडक्टिव हेल्थ जर्नल में छपी है।

महिलाओं को है ज्यादा खतरा: खबर के अनुसार शोध में 5,722 लोगों ने सवालों के जवाब दिए थे जिनमें 2537 पुरुष और 3185 महिलाएं शामिल थी। वैसी महिलाएं जिनके जीवन भर में 10 या उससे अधिक पार्टनर्स रह चुके थे उनमें से 91 प्रतिशत महिलाओं को कैंसर होने का खतरा था। वहीं, पुरुषों में ये आंकड़ा फिर भी कम बताया गया। 10 या उससे ज्यादा पार्टनर्स के साथ रह चुके पुरुषों में कैंसर का खतरा 69 प्रतिशत के करीब बताया गया। इसके अलावा, ऐसे पुरुष जो पूरी जिंदगी बस एक ही पार्टनर्स के साथ रहे हैं उनमें दूसरों की तुलना में कैंसर की संभावना 57 प्रतिशत तक कम रहती है।

खराब लाइफस्टाइल भी हो सकता है कारण: रिपोर्ट के अनुसार, ज्यादा सेक्शुअल पार्टनर्स के मामले जवान लोगों में अधिक देखने को मिला है। साथ ही, आर्थिक तौर पर संपन्न पुरुष और महिलाएं दोनों ही इस सूची में शामिल हैं। इसके अलावा, स्टडी में ये भी बताया गया है कि ज्यादा सेक्शुअल पार्टनर्स रखने वाले लोग धूम्रपान और शराब का भी अधिक सेवन करते हैं और साथ ही फिजिकल एक्टिविटी भी ये दूसरों की तुलना में अधिक करते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, ये एक ऑब्जर्वेशनल स्टडी है और इसके पुख्ता कारणों का पता अब तक नहीं चल पाया है। हालांकि, पुराने रिसर्चस से ये कयास भी लगाए जा रहे हैं कि सेक्शुअली ट्रांस्मिटेड इंफेक्शन की वजह से भी इन लोगों में कैंसर हो सकता है।

इन खाद्य पदार्थों को करें अपनी डाइट में शामिल: ‘आजतक’ की एक खबर के अनुसार, बैलेंस्ड डाइट के सेवन से लोग कैंसर के खतरे को कम कर सकते हैं। इसके अलावा भी कई महत्वपूर्ण घरेलू आहार हैं जो कैंसर से लड़ने में असरदार हैं। लहसुन में पाया जाने वाला सल्फर कंपाउंड आंत, स्तन, फेफड़े और प्रोस्टेट कैंसर की कोशिकाओं को खत्म करने में कारगर है। वहीं, ब्रोकली डिटोक्सीफिकेशन एंजाइम की मात्रा को शरीर में बढ़ाते हैं, जो कैंसर की कोशिकाओं को मारते हैं  और ट्यूमर को बढ़ने से रोकते हैं। इसके अलावा हल्दी में भी ऐसे कई गुण हैं जो इसे कैंसर से लड़ने में मददगार बनाते हैं। हल्दी को सबसे ताकतवर प्राकृतिक कैंसर रोधी भी माना जाता है।