रेडियोथैरेपी

रेडियोथेरपी:कैंसर के सेल मारने के लिए मशीन की मदद से ट्यूमर पर कंट्रोल्ड रेडिएशन डाला जाता है। एक दिन में करीब 15-20 मिनट लगते हैं और हफ्ते में 5 दिन तक रेडियोथेरपी की जाती है। इस थेरपी में कई बार मुंह का सूखना, डायरिया, स्किन का काला होना जैसे साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।


विकिरण चिकित्सा या रेडियोथैरेपी चिकित्सा विज्ञान की एक शाखा है जो कैंसर एवं कुछ गैर-कैंसर रोगों के इलाज के लिए हाई एनर्जी की विकिरण जैसे एक्स-रे, गामा किरणों, इलेक्ट्रॉनों, प्रोटॉन आदि का उपयोग करती है । आधे से अधिक कैंसर रोगियों के उपचार के दौरान कभी न कभी विकिरण के साथ इलाज किया जाता है।

रेडियोथैरेपी कोशिकाओं के डीएनए को नष्ट करके कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाती है। डीएनए, कोशिकाएं कैसे बढ़ती हैं और विभाजित होती हैं उसे नियंत्रित करता है । रेडियोथैरेपी द्वारा स्वस्थ और कैंसरग्रस्त दोनों कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं, लेकिन सामान्य कोशिकाएं अक्सर विकिरण के कारण होने वाले नुकसान की अधिक मरम्मत कर सकती हैं। इसी तरह विकिरण कैंसर कोशिकाओं की मरम्मत एवं प्रजनन की क्षमता को नष्ट कर देता है, और शरीर स्वाभाविक रूपसे इन कोशिकाओं से छुटकारा पाता है। रेडियोथैरेपी का लक्ष्य स्वस्थ कोशिकाओं को यथासंभव कम से कम क्षति पहुंचते हुए कैंसर को पूरी तरह से नष्ट करना है।

रेडिएशन थैरेपी के नुकसान - Radiotherapy ke side effects in hindi
रेडिएशन थेरेपी का उपयोग किसी एक निश्चित अंग पर किया जाता है अतः इसके हानिकारक प्रभाव भी उस अंग पर निर्भर करते हैं, जिसका इलाज किया जा रहा है। हालांकि, अधिकांश लोगों को बहुत ही कम साइड इफेक्ट्स होते हैं, हर व्यक्ति पर अलग-अलग तरह का प्रभाव हो सकता है।

आपके उपचार के दौरान आप निम्न में से एक या अधिक प्रभाव महसूस कर सकते हैं -

जी मिचलाना -
आपके शरीर के किस अंग का इलाज हो रहा है उस आधार पर आपको मतली जैसा महसूस हो सकता है। यह हर किसी के साथ नहीं होता हैं। अगर आपको ऐसा लगता है तो अपने डॉक्टर को बताएं, क्योंकि इसे दवाई या खान-पान के द्वारा नियंत्रित किया जा सकता है। 
दस्त -
आपको दस्त लग सकते हैं, अगर ऐसा हो तो अपने डॉक्टर को बताएं, जिससे वह आपको इसके लिए कोई दवा दे सकें। वह आपको अपनी डाइट में बदलाव लाने के बारे में भी सुझाव दे सकते हैं।
 
बार-बार पेशाब आने की समस्या -
अगर यह उपचार आपके पेट के निचले हिस्से में किया जा रहा है तो आपको बार बार पेशाब आने की समस्या हो सकती है। अगर ऐसा होता है तो अपने डॉक्टर को बताएं ताकि आपका यूरिन टेस्ट किया जा सके, जिससे यह पता चले कि आपको कोई इन्फेक्शन तो नहीं हैं।
 
मुंह और गले में छाले -
यह समस्या तभी होती है जब उपचार मुंह और गले के आस-पास ही किया जाता है।
 
बाल झड़ना -
यह समस्या भी शरीर के उसी अंग में होती है जहाँ पर उपचार किया जाता है। उदाहरण के लिए यदि इलाज आपके सिर का हो रहा है तो सिर के बाल झड़ने की समस्या हो सकती है और यदि आपकी छाती का इलाज किया जा रहा है तो केवल छाती के बाल झड़ने की समस्या होगी। 

आपके बाल दोबारा आएँगे या नहीं यह इस बात पर निर्भर करता हैं कि रेडिएशन का स्तर कितना था। आपके डॉक्टर इसे अच्छी तरह बता सकते हैं कि आपके बाल कितने जल्दी वापस आएँगे या नहीं आएँगे।