अखरोट भी स्तन कैंसर को रोकने में प्रभावी है।

स्तन कैंसर का सबसे प्रमुख लक्षण स्तन में गांठ होना है। अगर आपको अपने स्तन में गांठ की शिकायत हो रही है तो इसे बिल्कुल भी हल्के में न लें और फौरन डॉक्टर की सलाह लें। इसके अलावा, निप्पल अंदर की तरफ रहना और तरल पदार्थ आना या पपड़ी बनना भी स्तन कैंसर के लक्षणों में शामिल है। स्तन पर चकत्ते या सूजन आना और स्तन के आकार में बदलाव आना भी स्तन कैंसर का प्रमुख लक्षण है।


स्तन कैंसर के लक्षणों को अगर शुरुआत में ही पकड़ लिया जाए और फौरन इलाज कराया जाए तो इस जानलेवा बीमारी से निजात मिल सकता है। स्तन कैंसर का पता लगाने के लिए मैमोग्राफी (स्तन चित्रण) करवाना चाहिए। मैमोग्राफी (स्तन चित्रण) से कैंसर की बीमारी का पता चल जाता है। इसलिए 40 से अधिक उम्र की महिलाओं को मैमोग्राफी करवाते रहनी चाहिए। इसके अतिरिक्त अगर आपके घर में पहले किसी महिला को स्तन कैंसर हो चुका है , तो आपको डॉक्टर की सलह लेकर हर वर्ष मैमोग्राफी टेस्ट करवाना चाहिए। ऐसा करने  से आप आसानी से पता लगा सकती हैं कि क्या आपको स्तन कैंसर तो नहीं। इसके अलावा अगर आपके स्तन में दर्द हो या स्तन का आकार बदलने लगे। इस स्थिति में भी आप एक बार डॉक्टर से इस बारे में जरूर बात करें। 


स्तन कैंसर से बचाव के लिए आपको स्वस्थ आहार लेना चाहिए। अपने आहार में हरी- हरी पत्तेदार सब्जियों और फलों का सेवन जरूर करें। अधिक मात्रा में अनार खाएं। अनार में कई ऐसे प्राकृतिक तत्व पाए जाते हैं जो स्तन कैंसर को रोकने में काफी सहायक है। इसके अतिरिक्त प्रोटीन और विटामिन से भरपूर पर्दाथों का सेवन जरूर करें। यह स्तन कैंसर के खतरे को कम करता है। 


अखरोट भी स्तन कैंसर को रोकने में प्रभावी है। अखरोट में कई पोषक तत्व जैसे  विटामिन ई, विटामिन बी 6, कैल्शियम और खनिज पर्दाथ पाए जाते हैं जो कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकती हैं। अगर आप नियमित रूप से अखरोट  का सेवन करेंगे तो इससे स्तन कैंसर होने की संभावना कम हो सकती है।