कैंसर का जल्दी पता लगाने के लिए कौन-से टेस्ट कराएं

Surgery, chemo and radiation in cancer stage 3 and stage 4

हमारे देश में कैंसर के करीब 75-80 फीसदी मामले अडवांस स्टेज के होते हैं। इसकी दो बड़ी वजहें हैः पहली, लोगों को जानकारी कम होना और यह मानना कि उन्हें कैंसर नहीं हो सकता। दूसरी, डॉक्टरों का पूरी जांच किए बिना, दूसरी बीमारी समझ इलाज करते रहना। शुरुआती स्टेज में पता लग जाए तो कैंसर का इलाज मुमकिन है। इसके लिए कुछ बातों का ख्याल रखें।

ब्रेस्ट कैंसर के लिए
- सभी महिलाएं 30 साल की उम्र के बाद हर महीने खुद ब्रेस्ट की अच्छी तरह जांच करें। बेहतर है कि इसके लिए पीरियड्स शुरू होने से 7वां दिन तय करें। 40 साल की उम्र में डॉक्टर से जांच कराएं या मेमोग्राफी कराएं। गड़बड़ी नहीं है तो 2 साल में फिर कराएं। फैमिली हिस्ट्री है तो 20 साल की उम्र से ही खुद जांच करनी शुरू करें और 35 साल की उम्र में एमआरआई करा लें। दरअसल, कम उम्र में ब्रेस्ट ठोस होता है और ऐसे में मेमोग्राफी की बजाय एमआरआई कराना बेहतर है।
- अगर नानी, मां या बहन को ब्रेस्ट कैंसर हुआ है तो ब्रेस्ट कैंसर जीन टेस्ट (BRCA) करा लेना चाहिए। इसे किसी भी उम्र में करा सकते हैं। ब्रेका-1 में गड़बड़ी होने पर कैंसर की आशंका 80 फीसदी तक और ब्रेका-2 में गड़बड़ी होने पर आशंका 50 फीसदी तक बढ़ जाती है। ये दोनों टेस्ट करीब 26 हजार रुपये में हो जाते हैं और जिंदगी में एक ही बार कराने होते हैं। टेस्ट पॉजिटिव आता है तो डॉक्टर की सलाह से लाइफस्टाइल सुधार कर कैंसर की आशंका को कम किया जा सकता है। इसी टेस्ट से हॉलिवुड एक्ट्रेस एंजलिना जोली को कैंसर की आशंका का पता चला और उन्होंने अपने ब्रेस्ट को सर्जरी कर हटवा दिया। कुछ एक्सपर्ट उनके इस कदम को गलत भी मानते हैं।

सर्वाइकल कैंसर के लिए
शादी के तीन साल के बाद पेप स्मियर टेस्ट कराएं। 3 साल लगातार कराने के बाद हर 3 साल में एक बार कराएं।

मुंह-गले के कैंसर के लिए
पान-गुटखा खाते हैं या शराब-सिगरेट पीते हैं तो 30 साल के बाद हर साल एक बार ईएनटी स्पेशलिस्ट या फिर हेड/नेक सर्जन से अपने मुंह और गले की जांच करा लें।

लंग्स के कैंसर के लिए
अगर कोई 15-20 साल से स्मोक कर रहा है और खांसी भी है तो उसे फेफड़ों का सीटी स्कैन करा लेना चाहिए। अगर रिस्क नहीं है तो भी 40 साल की उम्र में एक बार फेफड़ों का एक्स-रे या सीटी स्कैन करा लेना चाहिए।

प्रोस्टेट कैंसर के लिए
50 साल की उम्र में पुरुषों को पीएसए टेस्ट करा लेना चाहिए। हर 2 साल या डॉक्टर के बताए अनुसार रिपीट कराएं। अगर प्रोस्टेट कैंसर की फैमिली हिस्ट्री है या पेशाब संबंधी परेशानी है तो 40 साल की उम्र में ही यह टेस्ट करा लें।

कोलोन (आंत) कैंसर के लिए
अगर पॉटी में खून आ रहा है तो स्टूल ऑकल्ट ब्लड टेस्ट कराएं। कोई गड़बड़ी निकलने पर कोलोनोस्कोपी करा सकते हैं, जिससे कैंसर की जानकारी मिल जाती है।