लंग्स से लेकर कोलोन तक हर तरह के कैंसर का होगा इलाज

Every patient of cancer will be able to recover from T-cell therapy

वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाकर हम हर तरह के कैंसर से लड़ सकते हैं। इंग्लैंड की कार्डिफ यूनिवर्सिटी के अनुसंधानकर्ताओं की टीम ने पाया कि इंसान के ब्लड सेल में एक नए तरह का किलर टी-सेल भी होता है। ये टी-सेल एक तरह का इम्यून सेल होता है, जो शरीर में स्कैनर का काम करता है और शरीर के लिए किसी भी तरह के खतरे को खत्म कर देता है।

लंग्स से लेकर कोलोन तक हर तरह के कैंसर का होगा इलाज
जब लैब में इन टी-सेल्स का इस्तेमाल किया गया तो पाया गया कि ये सेल्स फेफड़े, स्किन, ब्लड, कोलोन, ब्रेस्ट, हड्डियां, प्रॉस्टेट, ओवेरियन, किडनी और सर्वाइकल में होने वाले कैंसर सेल्स को टार्गेट करते हैं जबकी शरीर के हेल्दी सेल्स को किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाते। कैंसर के इलाज में टी-सेल थेरपी बिलकुल नई मिसाल है और इस थेरपी में इम्यून सेल्स को निकालकर, उन्हें मॉडिफाई करके मरीज के खून में वापस डाल दिया जाता है ताकि ये मॉडिफाइ्ड इम्यून सेल्स कैंसर सेल्स को खत्म कर सकें। फिलहाल कैंसर के इलाज में सबसे ज्यादा जिस थेरपी का इस्तेमाल होता है उसका नाम CAR-T है जो हर मरीज के लिए पर्सनलाइज्ड होता है लेकिन सिर्फ कुछ ही तरह के कैंसर के इलाज में सफल साबित हुआ है।

टी-सेल थेरपी से कैंसर का हर मरीज हो पाएगा ठीक
अगर इन टी-सेल थेरपी का हमला कैंसर सेल पर भी सफल रहता है तो वैज्ञानिकों का मानना है कि एक तीर से कई शिकार करने वाला सिस्टम हमारे शरीर के अंदर ही मजबूत किया जा सकता है। कार्डिफ यूनिवर्सिटी टीम की इस खोज को नेचर इम्यूनोलॉजी मेडिकल जर्नल में प्रकाशित किया गया है। प्रफेसर एंड्रयू सीवेल का दावा है कि इस टी-सेल थेरपी से कैंसर के हर मरीज को ठीक किया जा सकता है।

नए तरह के टी-सेल रिसेप्टर की हुई खोज
कार्डिफ के अनुसंधानकर्ताओं ने एक नए तरह के टी-सेल्स की खोज की है जिसमें एक अलग तरह का टी-सेल रिसेप्टर (TCR) होता है जो इंसानों में पाए जाने वाले ज्यादातर कैंसर की पहचान कर उन कैंसर वाले सेल्स का खात्मा करता है जबकी हेल्दी सेल्स को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाता। इस स्टडी के लीड ऑथर प्रफेसर ऐंड्रयू सीवेल कहते हैं, 'हम यही उम्मीद कर रहे हैं कि इस नए टीसीआर के जरिए हमें एक नया रास्ता मिलेगा जिसके जरिए हम हर तरह के कैंसर से पीड़ित मरीज में इस थेरपी का इस्तेमाल कर कैंसर सेल्स को खत्म कर पाएंगे।'