कैंसर से ऐसे कर सकते हैं बचाव

Jane Oral Cancer Ke Karan, Lakshan, ilaj, Dawa Aur Upchar Hindi Me

नियमित व्यायाम कर सात प्रकार के कैंसर के खतरे (CANCER PREVENTION) को कम किया जा सकता है। यह खुलासा अमरीकन कैंसर सोसायटी के एक शोध में हुआ जो जर्नल ऑफ क्लिनिकल ऑन्कोलॉजी में हाल ही प्रकाशित हुआ। यह शोध अमरीका, यूरोप व ऑस्ट्रेलिया में 7.5 लाख युवाओं पर 10 साल तक किया गया।

जानिए क्या है रिसर्च : शोध में शामिल युवाओं को सप्ताह में ढाई से पांच घंटे सामान्य व्यायाम और सवा घंटे से ढाई घंटे तक ज्यादा पसीना बहाने वाली एक्सरसाइज कराई गई। पुरुषों को सप्ताह में साढ़े सात से 15 घंटे तक व्यायाम से कोलन कैंसर का खतरा घटता है। वहीं महिलाएं नियमित व्यायाम से ब्रेस्ट व गर्भाशय के कैंसर से बच सकती हैं। नियमित एक्सरसाइज करने वाले महिलाओं और पुरुषों में किडनी, मायलोमा (रक्त) कैंसर, लिंफोमा व लिवर कैंसर से भी बचाव की बात कही गई है। जानते हैं इस बारे में एक्सपर्ट की राय-
व्यायाम से ये चार प्रमुख परिवर्तन आते हैं शरीर में
1- मेटाबॉलिज्म बढ़ता : एक्सरसाइज करने से मेटाबॉलिक रेट (भोजन के ऊर्जा में बदलने की प्रक्रिया) बढ़ती है। रक्त संचार बढऩे से विषैले तत्व व फैट सेल्स के गुच्छे नहीं बनते हैं। इन गुच्छों में निष्क्रिय सेल्स पनपने से कैंसर का खतरा बढ़ता है।
2- सक्रिय पाचन : व्यायाम करने से पाचन तंत्र सक्रिय तरीके से काम करता है। इससे शरीर में फैट सेल्स व शरीर में टॉक्सिंस आसानी से बाहर निकलते हैं।
3- आंतरिक अंगों की गतिविधि
एक्सरसाइज से शरीर में सूजन कम, आंतरिक सफाई अच्छे से होती है। शरीर में निष्क्रिय व क्षतिग्रस्त सेल्स की जगह नए सेल्स का निर्माण होता है। कैंसर की आशंका घटती है।
4- श्वेत रक्त कोशिकाएं : शरीर में रक्त संचार बढऩे से श्वेत रक्त कोशिकाओं का संचार बढ़ता है। ये अनियंत्रित कोशिकाओं की पहचान कर उन्हें ठीक व खत्म भी करती हैं। इससे शरीर के पुराने तंतुओं में तेजी से बदलाव होता है। नए तंतु बनते हैं। इससे कैंसर की शुरुआती कोशिकाओं के खत्म होने की संभावना ज्यादा रहती है।
फैट बढऩे से एस्ट्रोजन ज्यादा बनता
महिलाओं में चर्बी जमा होने से एस्ट्रोजन हार्मोन ज्यादा बनता है। इससे महिलाओं को कई समस्याएं होती हैं। यह भी महिलाओं में कैंसर का एक कारण है। वहीं दूसरी ओर ऐसी महिलाएं जिनका बीएमआई सामान्य से ज्यादा है उनमें भी कैंसर की आशंका सामान्य महिलाओं से ज्यादा होती है। इसके अलावा लंबे समय से टाइप टू डायबिटीज, शरीर में सूजन की वजह से भी कैंसर की आशंका बढ़ती है।
रंगीन फल, सब्जियां ज्यादा लें
मौसमी फल, सब्जियां आहार में ज्यादा प्रयोग करें। तली-भुनी चीजों की बजाय उबली या सलाद ज्यादा लें। रंगीन सब्जियों में भी एंटी ऑक्सीडेंट्स होते हैं जो कैंसर से बचाव में मदद करते हैं। गाजर, टमाटर में बीटा कैरोटीन तत्व पाया जाता है। रिसर्च में भी साबित हो चुका है कि यह कैंसर सेल्स तीव्रता को घटाता है। जंक-फास्टफूड व प्रोसेस्ड चीजों का प्रयोग न करें।