कैंसर को मैंने हराया वो भी योग से।
कैंसर को मैंने हराया वो भी योग से।
हरियाणा के सिरसा : योग से कई तरह की बीमारियों का भी इलाज होता है। मगर एक केस ऐसा भी है जिसमें योग से चौथी स्टेज का कैंसर ठीक हो गया। यकीन कर पाना भले ही मुश्किल हो, मगर बात सौ फिसदी सच है।
सिरसा कोर्ट में अधिवक्ता के रूप में सेवाएं दे रहे सुरेंद्र सिंह कथूरिया सुबह चार बजे उठते हैं। योग, मेडिटेशन व प्राणायाम के साथ दिन की शुरुआत होती है। उसके बाद दिनभर कोर्ट परिसर में व्यस्त रहते हैं और शाम को फिर से मेडिटेशन व योग।
दिनभर व्यस्त रहने के बाद भी हर समय हंसता मुस्कुराता चेहरा यह सब योग व मेडिटेशन की बदौलत हुआ है। हंसते हुए इस चेहरे के पीछे कभी कैंसर होने का दर्द भी रहा है जो योग से दूर हो गया है।
2017 में हुआ था कैंसर
सुरेंद्र सिंह कथूरिया बताते है कि वर्ष 2017 में उन्हें शरीर के कई हिस्सों में कैंसर हो गया था। पीजीआइ में इलाज शुरू हुआ, जिसमें कीमोथैरेपी, रेडिएशन व अन्य तरीकों से एक साल तक इलाज चला। ब्रह्म कुमारीज संस्थान से जुड़े सुरेंद्र सिंह योग व राजयोग का अभ्यास पहले ही करते थे परंतु जब कैंसर का पता चला तो उन्होंने इलाज के साथ साथ अनुलोम विलोम व कपाल भाती को रोजाना सुबह सूर्य उदय के बाद आधा घंटा करना शुरू कर दिया।
सिंह बताते हैं कि वे बिना रूके 2500-2500 बार कपालभाती करने लगे। लगातार अभ्यास के बहुत अच्छे परिणाम आए और रेडिएशन व कीमों से होने वाले नुकसान से बचने की शक्ति मिली। रिकवरी रेट तेजी से बढ़ा।
स्वस्थ हुआ तो डाक्टरों ने बताया चौथी स्टेज की कैंसर थी
पीजीआइ के चिकित्सक भी योग के लाभ को मान गए। लगातार अभ्यास करने से कैंसर की गांठें खत्म हो गई। बाद में रुटीन चेकअप करवाया तो सारी रिपोर्ट ठीक आती थी। स्वस्थ होने के बाद चिकित्सकों ने बताया कि उन्हें चौथी स्टेज का कैंसर था, जिस पर उन्होंने जीत पाई है। अब पिछले दो सालों से पूर्णत: स्वस्थ है, लगातार कपाल भाती व अनुलोम विलोम करते है।
आप सब से अनुरोध है की योगा भी करें साथ ही कैंसर विशेषज्ञ से संपर्क में भी रहे और जांच करवाते रहे।