एनसीपी (NCP) के सर्वेसर्वा शरद पवार ने सुनाया कैंसर से लड़ाई का वो किस्सा।

महाराष्ट्र में शहर के मराठवाडा कैंसर अस्पताल के उद्घाटन के लिए आए हुए थे। इस दौरान उन्होंने भाषण देते हुए खुद कैंसर से किस प्रकार लड़ाई लड़ी यह भी बताया। उन्होंने कहा कि अगर प्रबल इच्छाशक्ति हो तो हर मुसीबत से लड़ा जा सकता है।
पवार ने कहा बस मुसीबत से लड़ने की जिद होनी चाहिए। औरंगबाद के मराठवाड़ा कैंसर हॉस्पिटल के उद्धाटन के दौरान बोलते हुए शरद पवार ने एक किस्सा सुनाया। उन्होंने कहा कि मैंने लोकसभा का फॉर्म भरा था। जिसकी वजह से मुझे पूरे महाराष्ट्र में घूमना पड़ता था। उस समय मेरे साथ डॉ. भापकर जलील रहते थे। उन्होने मुझे कहा कि आपके चेहरे पर सूजन दिख रही है। हमने जांच की है, डॉक्टरों का कहना है कि कैंसर हो सकता है। जिसके बाद मैं न्यूयॉर्क गया, जहां मुझे बताया गया कि ऑपेरशन करना पड़ेगा। वहां उन लोगों ने मुझसे पूछा था कि आप यहां क्यों आये हो? मैंने उनसे कहा कि आप की अस्पताल बड़ा है, इसलिए यहां आया हूं।
तब उन लोगों ने मुझे बताया कि हम महाराष्ट्र के डॉ. प्रधान की सलाह लेते हैं। जिसके बाद मैं दोबारा महाराष्ट्र आया और ऑपेरशन करवाया। जिसके बाद एक नए डॉक्टर ने मुझसे कहा कि तुम अपने बचे हुए काम कर लो, तुम्हारे पास सिर्फ 6 महीने बचे हुए हैं। तब मैंने उससे कहा कि शांत बैठो मैं कहीं नहीं जा रहा हूं। जरूरत हुई तो पहले तुम्हें पहचाऊंगा।